Thursday, 4 July 2024

Happiness In Your Life

                Happiness In Your Life

"अच्छे स्वास्थ्य का एक राज़ खुशी हैं।"

खुश कैसे रहा जाएं, आज इस पर बात करते हैं।
पहले बात करते हैं खुशी क्या है खुशी का मतलब क्या है.......

What is happiness ?

वो बातें जिनको सुनकर देखकर मन में पॉजिटिव थिंकिंग आती हैं। मन में उत्साह, आनंद, किसी बात को सुनकर या देखकर चेहरा खिल उठना वो खुशी जो अंदर से आती हैं। इसी का नाम खुशी हैं।"

"Happiness Is Good For Your Health"


ऐसा कौन हैं, जो अपनी लाइफ में खुशी नहीं चाहता
शांति नहीं चाहता हैं। इस भाग दोड़ वाली लाइफ में सब इतना व्यस्त हो गए हैं और अपनी जिम्मेदारी भी बहुत अच्छे से निभा रहे हैं।
आजकल सभी के पास सुख-सुविधायों के भरपूर साधन हैं। फिर भी लाइफ में खुशी वाली बात नहीं हैं।

क्यों? क्या कारण है?

सब सुख-सुविधायों के बाद भी लाइफ में कोई खुशी वाली बात नहीं हैं।
ऐसा नहीं है, खुशियाँ हैं हमारे पास है, पर हम उन खुशियों का अनुभव नही करते हैं, क्योंकि हमारी उमीदें बढ़ जाती हैं, इसलिए हम आने वाली खुशियों को नजर अंदाज कर देते हैं। नहीं नज़र अंदाज ना करे छोटी-छोटी खुशियों को अपनो के साथ सेलिब्रेट करे। देखें खुशियाँ दुगनी हो जाएगी।
मैने बहुत लोगों को देखा हैं कि अपने पास्ट में जी रहे होते हैं कुछ फ्यूचर को लेकर दुःखी रहते हैं । फ्यूचर किसी ने नहीं देखा। पास्ट और फ्यूचर का खेल ना खेलें। आज में जिये। इन सब बातों का असर आपकी हेल्थ घर-परिवार पर पड़ता हैं।

कुछ मूल मंत्र

....... लाइफ में पॉजिटिव थिंकिंग रखे। नेगेटिव थिंकिंग को गोली मार दे।

....... पुरानी बातों को याद करके दुःखी ना हो

....... फ्यूचर को लेकर चिंतित ना हो

....... दूसरों से अपनी तुलना ना करें

....... दूसरों की लाइफ में दखल ना दें

....... किसी से उमीदें ना रखें

....... बात बात पर स्ट्रेस ना लें

....... जरूरत से ज्यादा ना सोचें

"चिंता चिता के समान होतीं हैं"

आपके मुस्कान में छिपे है कई राज

आप ये सोचें की आपके मुस्कान के पीछे क्या राज हैं
वो काम करें जिनसे आपको खुशी होतीं हैं।

खुशियों को पहचाने......

अपनी खुशियों को पहचानें आप किन बातों से खुश होते हैं.....

....... दोस्तों के साथ टाइम स्पेंड करके खुशी मिलती हैं। 

....... परिवार के सदस्यों के साथ खुशी मिलती हैं। 

....... बहुत से लोग होते हैं जिनको बड़े-बुजुर्गो की सेवा करके खुशी मिलती हैं। 

....... कुछ लोगों को बच्चों के साथ खुशी मिलती हैं। 

....... बहुत लोग होते हैं जिनको खाना बनाना, नई-नई डिशेज बनकर दूसरों को खिलाना बहुत पसंद होता हैं। (लॉकडाउन ने सबको पर्फेक्ट कर दिया हैं😜) कुछ बनाकर किसी दूसरे को खिलाने में जो खुशी मिलती हैं उसकी तो कोई बात नहीं हैं। .

......मुझे बहुत अच्छा लगता हैं, खाना बनाकर दूसरो को खिलाना एक अलग सी खुशी मिलती हैं।

....... खुशियाँ बाटने से बढ़ती हैं। अपनी खुशियों को दूसरों के साथ सेलिब्रेट करे। फैमिली, फ्रेंड्स या बच्चों के साथ जहाँ भी आपका मन हों जिसके साथ भी आपका मन हों सेलिब्रेट करें

 ....... अगर मन उदास हैं। कोई बात करने के लिए नहीं हैं। लाफ्टर शो देखें, मूवी देखें, आप गानें सुन सकते हैं। पेंटिंग-क्राफ्ट कर सकते हैं,अगर आपको अच्छा लगता हैं तो। गमेस् खेल सकते हो मोबाइल में नहीं😃 आउट डोर किसी पार्क में जाकर हो सकता हैं कोई न्यू फ्रेंड ही बन जाए। जिस भी काम से खुशी मिलती हैं वो काम करें। 

....... कुछ लोगो का ग्रुप बनाये जो खुद खुश रहते हो। हँसी मज़ाक करते हो ।

....... रोजाना अपने लिए कुछ नया करें। 

....... खुश रहें और दूसरों को भी खुश रखें। पर्सोनालिटी-मेंटल डेवेलोपमेंट दोनों अच्छे से होते हैं। हेल्थ पर भी बहुत अच्छा इफेक्ट पड़ता हैं। 

........ एक बात जो वर्किंग हैं उनके लिए अपनी वर्किंग प्रॉब्लम ऑफिस तक ही रखें। आप अपने लाइफ पर्टनर से प्रॉब्लम्स डिस्कस करें। प्रॉब्लम्स को बड़ा ना करें। इसे आप फैमिली बच्चें सब पर बुरा असर पड़ेगा। छोटी सी लाइफ हैं उसको हैप्पी रखें
खुद भी खुश रहें दूसरों को भी खुश रखें। 

........ लाइफ जितनी सिंपल होंगी, लाइफ उतनी ही हैप्पी होंगी। लाइफ को पतंग की डोर की तरह उलझी हुई ना रखें। डोर जितनी उलझी हुई होंगी उतनी कमजोर होंगी और टूटेगी भी उतनी ही जल्दी।
कहने का मतलब ये है कि लाइफ को सिंपल रखें।
   

   "Simple life is happy life"

  


"Take Care And Stay Safe"


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Tuesday, 8 March 2022

International Women's Day 2022 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कब और क्यों मनाया जाता हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का किया महत्व है।


सभी को महिला दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
एक महिला अपने जीवन में मां, बेटी, बहु सभी की अच्छे से भूमिका निभाती हैं। घर संसार जीवन एक स्त्री के बिना अधूरा हैं। स्त्री है तो संसार है।

सभी लोग अलग अलग तरह से महिला दिवस (Women's Day) सेलिब्रेट करते हैं।
इनमें कुछ हाउस वाइफ होती हैं । एक साथ मिलकर गेट टुगेदर करती हैं। कुछ काम काजी महिलाएं होती हैं। वो भी अपने यार दोस्तो के साथ सेलिब्रेट करते हैं। एक दूसरे को गिफ्ट्स देते हैं।
एक दूसरे के बारे में अच्छा अच्छा बोलते हैं। ये पूरा दिन महिलाओं के लिए ही समर्पित होता हैं।

महिला दिवस की शुरुआत

महिला दिवस की शुरुआत साल 1908 में न्यूयॉर्क से हुई थी, उस समय वहाँ मौजूद महिलाओं ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर अपनी जॉब के समय को कम करने की मांग को लेकर मार्च निकाला था। इसी के साथ उन महिलाओं ने अपने वेतन बढ़ाने और वोट डालने के अधिकार की भी मांग की थी। इसके एक वर्ष पश्चात अमेरिका में इस दिन को राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम 'जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो' (Gender Equality Today For A Sustainable Tomorrow) है। इस थीम का अर्थ है कि एक स्थाई और सामान कल के लिए समाज में लैंगिक समानता जरूरी है। बता दें कि महिला दिवस का रंग पर्पल, ग्रीन और सफेद है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व

समय के साथ महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन तो आया है, लेकिन आज भी महिलाएं भेदभाव का शिकार है। आज भी समाज को महिलाओं के लिए ज्यादा काम करने की जरूरत हैं।
इसी सोच को कम करने के लिए दुनिया भर में आज के दिन महिलाएं के सम्मान के लिए अंतराष्टीय महिला दिवस मनाया जाता हैं। ये दिन महिलाओं के लिए समर्पित होता है। महिलाओं के साथ गलत दुष्ट व्यवहार को रोकना महिलाओं के लिए लोगों की गलत सोच को बदलना इसी उद्देश्य से ही पूरे विश्व में हर साल 8 March को अंतराष्टीय महिला दिवस मनाया जाता हैं।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का उद्देश्य

महिला दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य है महिलाओं को हर वो अधिकार प्रदान किए जाए जो एक सामान्य नागरिक को दिए जाते हैं। भेदभाव ही उनके पीछे रहने की सबसे बड़ी वजह है।

एक दिन ही नही हर दिन महिलाओं के लिए समर्पित होना चाहिए। महिलाओं का मान सम्मान करना चाहिए कहते हैं महिलाएं घर की लक्ष्मी होती हैं। पूजनीय होती हैं।

Sunday, 13 February 2022

Kidney Infection......Symptoms And Treatment

Kidney Infection......Symptoms And Treatment :

क्यों होता हैं, Kidney Infection ??? 

क्या कारण हैं, Kidney Infection ???

आज हम इस Article में Kidney Infection के लक्षण और उपचार के बारे मे बात करेंगे।

What is Kidney Infection?

कभी कभी गलत खाने पीने से कई बार इन्फेक्शन यूरीन द्वारा शरीर से बाहर निकलने वाली ट्यूब से भी हो जाता है।  ये इन्फेक्शन यूरीन द्वारा बाहर ना निकलकर ट्यूब में ही रहता हैं ,और इंफेक्शन बढ़ते-बढ़ते किडनी तक पहुंच जाता हैं।  यह एक दर्दनाक बीमारी है, जब बैक्टीरिया मूत्राशय से गुर्दों तक पहुंच जाते हैं तो इसी को Kidney Infection कहते हैं। किडनी इंफेक्शन यूटीआई का ही एक पार्ट है।


What is the medical name of "Kidney Infection"?

गुर्दे संक्रमण का चिकित्सीय नाम "पायलोनेफ्राइटिस" है।

What is the function of Kidney Infection?

किडनी हमारे शरीर का एक बहुत ज़रूरी अंग हैं। किडनी का मुख्य कार्य शरीर से अपशिष्ट व तरल पदार्थों को यूरीन के माध्यम से बाहर निकलना हैं।

खून का शुद्धिकरण करना

खून के दबाव पर नियंत्रण

विषैले पदार्थों और तत्वों को बाहर निकालना

शरीर में पानी का संतुलन

हड्डियों को मजबूत बनाने का कार्य

अम्ल और क्षार पर नियन्त्रण

रक्तचाप,  रक्तकर्णो और कैल्शियम पर नियंत्रण

खून का शुद्धिकरण करना...... किडनी हमारे शरीर से विषैले पदार्थो और तत्वों को यूरीन के द्वारा बाहर निकालते हैं।

खून के दबाव पर नियंत्रण......किडनी कई हार्मोन बनाती है जैसे: एंजियोटेन्सीन, एल्डोस्टोरोन, प्रोस्टाग्लेन्डिन आदि । किडनी इन हार्मोनों की सहायता से शरीर में पानी की मात्रा, अम्लों एवं क्षारों के संतुलन को बनाए रखती है। इस संतुलन की मदद से किडनी शरीर में खून के दबाव को सामान्य बनाये रखने का कार्य करती है।

विषैले पदार्थों और तत्वों को बाहर निकालना...... किडनी का एक सबसे महत्वपूर्ण कार्य विषैले पदार्थ और तत्वों को हटाकर रक्त की शुद्धि करना है। हमारे द्वारा जो भी भोजन लिया जाता हैं उसमें प्रोटीन होता है जोकि शरीर के लिए बहुत एक जरूरी तत्व है। प्रोटीन का शरीर द्वारा उपयोग किया जाता है, इस प्रक्रिया में कुछ अपशिष्ट पदार्थों का उत्पादन भी होता है।  हमारी किडनी, रक्त से विषाक्त अपशिष्ट उत्पादों को छानकर उसे शुद्ध करती हैं। ये विषाक्त पदार्थ यूरिन द्वारा शरीर से विसर्जित हो जाते हैं।

शरीर में पानी व क्षार का संतुलन......शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पानी पीना बहुत जरूरी है। किडनी शरीर में पानी की मात्रा को संतुलित करती हैं, और अधिक मात्रा में जामे हुए पानी को यूरीन के द्वारा शरीर से बाहर निकालते हैं।

किडनी की खराबी होने पर होर्मोन के उत्पादन एवं नमक और पानी के संतुलन में गड़बड़ी से उच्च रक्तचाप हो जाता है।


Symptoms Of Kidney Infection

बुखार आना कम या ज्यादा (Fever)

ठंड लगना (Cold)

कमर दर्द होना ( Back Pain)

पेट में दर्द होना (stomach pain)

बार बार पेशाब आना ( frequent urination)

Vometting

Nausea

कमज़ोरी होना (Weekness)

भूख में कमी (Loss Of Appetite)

Others Symptoms

पेशाब के दौरान दर्द या जलन

बार-बार या तुरंत पेशाब करने की आवश्यकता

यह महसूस करना कि आप पूरी तरह से पेशाब करने में असमर्थ हैं

खून में मूत्र आना

बादल जैसी या गंध वाली मूत्र

आपके निचले पेट में दर्द

पैरो में सूजन आ जाना


Causes Of Kidney Infection

बहुत सी दवाईयां किडनी खराब होने की ज़िम्मेदार होती हैं। जैसे : एंटी-बायोटिक दवाएँ, मधुमेह (diabetes) और उच्च रक्तचाप किडनी खराब का मुख्य कारण हैं।

संतुलित आहार ना लेने पर

खान पान की गड़बड़ी होने पर

Treatment Of Kidney Infection

ताजे फल और सब्जियों युक्त आहार लें। आहार में परिष्कृत खाघ पदार्थ, चीनी, वसा और मांस का सेवन कम कर दे या कोशिश करे डाइट में से इन चीजों को हटा दें ।

जिनकी उम्र 40 के ऊपर है, भोजन में  नमक और चीनी कम लें उच्च रक्तचाप, डाइबटीज और किडनी स्टोन में  रोकथाम मिलती हैं।

स्वस्थ भोजन और नियमित व्यायाम के साथ अपने वजन मे संतुलन बनाए रखें।

हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं

मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें।

कैल्शियम युक्त आहार लें।

खूब पानी पिएं।🥤🥤🥤

लिक्विड और जूस लें।🍹🍹🍹

👇👇👇👇👇

(Don't Take Alcohol)

स्मोकिंग ना करें।

ज्यादा दिक्कत होने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। लापरवाही ना बरतें।

"Take Care And Stay Safe"

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Tuesday, 8 February 2022

Cause and Treatment Of Sleeplessness :


Cause And Treatment Of Sleeplessness :



अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद का होना बहुत जरूरी है। अच्छी नींद से दिमाग़ और शरीर भी फ्रेश रहता है। और पूरा दिन अच्छा सा निकलता है।
आजकल अनिंद्रा की समस्या बहुत देखने को मिलती हैं इस समस्या (Disorder) को इनसोम्निया (Insomnia) कहा जाता हैं।

पहले हम बात करते हैं..….नींद या निद्रा क्या है?

ये तो हम सबको पता है, एक दिन में पूरे 24 घंटे होते हैं।
24 घंटे में वो समय जब हम उस अवस्था में होते हैं जब हमे किसी भी चीज़ का या कुछ भी एहसास नहीं होता, हम एक अचेत अवस्था में होते हैं। वही निंद्रा या नींद की अवस्था होती हैं।

नींद ना आने के कुछ कारण है जो इस प्रकार हैं......

स्ट्रेस
• डिप्रेशन
• चिंता
• भय

आजकल हर कोई छोटी छोटी बातों पर स्ट्रेस लेने लगता हैं।
चाहें वो स्त्री हो या पुरुष। घर हो या ऑफिस हर जगह हर कोई छोटी छोटी बातों पर स्ट्रेस लेने लगता हैं। जो स्वस्थ के लिए गलत है। यही अनिद्रा का एक बड़ा कारण है।

अक्सर देखा जाता हैं की डिप्रेशन के कारण भी नींद न आने की समस्या हों जाती हैं।

नींद न आने का एक और बड़ा कारण है चिंता
"कहते हैं चिंता चिता के समान होती है।"

भय भी नींद न आने का एक मुख्य कारण है। कभी कभी भय या डर की वजह से नींद न आने की समस्या हो जाती हैं।

Treatment : सबसे पहला उपाय तो यह है कि इन चार वर्ड्स को अपनी लाइफ से रिमूव कर दें..... स्ट्रेस, डिप्रेशन, चिंता और भय।


बाकी के सुझाव नीचे दिए गए हैं......
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अच्छी नींद के लिए कुछ उपाय......


एक समय निश्चित करें रात को सोने का और सुबह जागने का...... रात को सोने और सुबह उठने का एक समय निश्चित करें। कभी भी या अक्सर देखने को मिलता है की
किसी वजह से सोने के समय में थोड़ी बहुत गड़बड़ी हो जाती हैं, वही सुबह उठने में भी हो जाती हैं। तो इस गड़बड़ी को ठीक करें और एक समय निश्चित करें।

अच्छे गद्दों का यूज करें...... सोने के लिए हमेशा सॉफ्ट बिस्तर का यूज करना चाहिए।

ज्यादा ना खाए......डॉक्टर्स भी कहते हैं, की रात में भूख से कम खाना चाहिए, या लाइट डाइट लेनी चाहिए जो अच्छी नींद के लिए बहुत अच्छा है।

खुशनुमा माहौल बनाए......सोने से पहले किसी भी तरह की मन में चिंता या किसी भी तरह का स्ट्रेस ना लें।
अच्छी क़िताब पढ़ सकते हैं। सॉन्ग सुन सकते हैं। परिवार के साथ बैठे बात चित करें।

चाय और कॉफी का सेवन ना करें......अगर आप को नींद न आने की समस्या हैं तो चाय और कॉफी इस तरह का कोई पेय पदार्थ रात को सोने से पहले ना लें।

धुम्रपान का सेवन ना करें...... धुम्रपान का सेवन ना करें।

कोई अच्छी क़िताब पढ़े...... अगर आपको नींद आने की समस्या है तो आप कोई अच्छी क़िताब पढ़ सकते हैं। कोई मैग्जीन या धार्मिक किताब कोई जो भी आपको अच्छी लगें।

व्यायाम करें......ध्यान और व्यायाम करें। अच्छी नींद के लिए बहुत अच्छा है।


(My Personal Tips)
👇👇👇👇
हल्दी दूध का सेवन करें...... मेरी पर्सनल टिप्स हैं, रात को हल्दी दूध पीकर सोने से नींद अच्छी आती हैं। अगर आप चाहें तो छुआरा और शहद भी हल्दी के साथ मिक्स कर सकते हैं।


Note : नींद ना आने पर मेरा अपना सुझाव है किसी भी तरह की कोई गोली ना लें, बिना डॉक्टर्स की सलाह के कोई भी नींद की दवाई न लें । ऊपर बताई गई टिप्स को अपनी रूटीन लाइफ में लाए और कोशिश करें बिना गोली के सोने की। 

Take Care And Stay Safe.


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Saturday, 5 February 2022

Benefits Of Dates


 Benefits Of Dates


सेहतमंद बने रहने के लिए हमें कई प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।  इन खाद्य पदार्थों का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। इनका नियमित रूप से सेवन किया जाए तो यह हमारी सेहत और स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
ऐसे खाद्य पदार्थों में ड्राई फ्रूट्स का भी नाम शामिल होता है, जो कई प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी समस्या को कम करने के लिए ज़रूरी होते हैं। ड्राई फ्रूट्स में सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं।

ऐसे पोषक तत्वों में एक तत्व है खजूर (Dates) खजूर एक ऐसा पोषक तत्व हैं, जिसमें सभी प्रकार के पोषक तत्व होते हैं।
खजूर में कैलोरी, कार्ब्स, फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, मैग्नीशियम और कॉपर की भरपूर मात्रा होती है। खजूर में  आयरन और विटामिन भी पाए जाते हैं। खजूर के सेवन से शारीरिक ताकत बढ़ती है, और कमजोरी दूर होती।
इसलिए स्वस्थ की दृष्टि से खजूर का सेवन करना चाहिए।

Benefits Of Dates

इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग रहता हैं......खजूर के सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग रहता हैं। प्रतिदिन खजूर के सेवन से शरीर को एनर्जी मिलती है......क्योंकि खजूर में एंटीऑक्सीडेंट(Anti–Oxident) काफी मात्रा में पाया जाता हैं।

खून की कमी को दूर करता हैं......खजूर खून की कमी को दूर करने में मदद करता है। खजूर में आयरन की काफी मात्रा होती हैं। इसीलिए एनीमिया पेशेंट को खजूर खाने की सलाह दी जाती हैं। रोज 4–5 खजूर खाने से खून की कमी को दूर किया जा सकता हैं।

हड्डियां मजबूत होती हैं......खजूर खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं। खजूर में बहुत तरह के मिनरल्स होते हैं, जैसे कैल्शयिम, सेलेनियम, मैगनीज और कॉपर की काफी मात्रा होती है। खजूर में मौजूद लवण हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करते हैं।

हृदय स्वस्थ रहता है......खजूर हृदय को बेहतर बनाने मे सहायता करता है। खजूर में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो दिल के वॉल में फैट नहीं जमने देता है। यहीं कारण है कि खजूर के सेवन से हार्ट अटैक के खतरे और दिल से जुड़ी बीमरी कम हो जाती हैं।

अच्छी नींद...... खजूर खाने से अच्छी नींद आती है। दरअसल खजूर खाने से शरीर से मेलाटोनिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है,और रात में अच्छी नींद के लिए हार्मोंस काफी हद तक ज़िम्मेदार हैं।

स्किन ग्लो करता है......खजूर स्किन को शाइनी और ग्लोइंग बनाने में मदद करता है। खजूर में  विटामिन सी अच्छी मात्रा में होता हैं जो स्किन के लिए अच्छा माना जाता है।

पुरुषों के लिए है काफी फायदेमंद......खजूर एक ऐसा ड्राई फ्रूट्स है जो स्टेमिना बढ़ाने मे सहायता करता है।  खजूर पुरषों के लिए बहुत फायदेमंद होता है, खजूर स्टेमिना को बढ़ाता है। साथ ही खजूर में कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं, जो स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करते हैं।

दिमाग की ताकत को बढ़ाता है......खजूर ब्रेन को बेहतर बनाने का काम करती है। खजूर में कोलीन और विटामिन बी पाया जाता है जो दिमाग को मजबूत बनाते हैं। साथ ही खजूर के रोजाना इस्तेमाल करने से अल्जाइमर बीमारी होने का खतरा कम हो जाता है।

खजूर को कब और कैसे लेना चाहिए......

• खजूर में एमीनो एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं, साथ ही खजूर में प्रोटीन और फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में मदद करता है। इसके लिए रोजाना रात में सोने से पहले 5 से 6 खजूर गाय के ताजे दूध में भिगो दें और फिर अगली सुबह इसे पीसकर शहद और इलायची पाउडर के साथ दूध में मिलाकर पिए।

 रात को सोने से पहले खजूर को दूध में मिलाकर पीना चाहिए। दूध में मिलाकर पीना बहुत ही फायदेमंद होता है।

खजूर के दूध के सेवन से होने वाले लाभ......

स्किन ग्लो करती है।

एनीमिया कन्ट्रोल करता है।

पुरुषों के लिए बहुत अच्छा और वीर्य बढ़ने में मदद करता है।

प्रेगनेंसी में बहुत फायदेमंद होता है।
👇👇👇
Note.....प्रेगनेंसी में  खजूर या किसी भी चीज़ का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Take Care And Stay Safe.

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Thursday, 27 January 2022

Cough......Cause–Symptoms–Treatment



Cough......Cause–Symptoms– Home Remedies Treatment


पहले हम बात करते हैं खांसी क्यों आती हैं..... क्या कारण हैं बार बार खांसी आना, बात करते हुए खांसी आना, कुछ भी खाते–पीते हुए खांसी आना।

खांसी(Cough)...... खांसी एक प्रकार का रिएक्शन हैं, जो हमारे फेफड़े (lungs) में किसी बाहरी तत्व के आ जाने से होता है।
फेफड़े हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचने का काम करते हैं।
जब फेफड़ों में धूल का कण या कोई बाहरी तत्व आ जाता हैं, तो हमारा शरीर फेफड़ों से तेज हवा का धक्का बाहर निकालता है, ताकि श्वसन मार्ग या फेफड़ों में फंसा हुआ कोई कण, सूक्ष्मजीव, रोगाणु आदि मुंह के रास्ते बाहर निकल जाए।

वैसे तो खांसी होना एक आम समस्या हैं,  जिंदगी में खांसी का सामना सबको ही करना पड़ता हैं, और आप लोग करते भी होंगे।
कभी सीज़न चेंज होने पर या सर्दियों के मौसम में अधिकतर cough जैसी समस्या देखने को मिलती हैं।

Covid–19 ने इस आम समस्या खांसी (Cough) को एक गंभीर समस्या बना दिया है। Covid–19 ने इस आम समस्या को एक डर और चिंता की स्थिति बना दी थी।


खांसी के प्रकार.......Types of cough

Khasi (Cough)  तीन प्रकार का होता हैं

1.... Acute Cough..... ये खांसी दो से तीन हफ्तों तक रहती हैं, और अपने आप ठीक हों जाती हैं।

2.....Subacute Cough...... ये खांसी तीन से आठ हफ्तों तक होती हैं।

3.....Cronic Cough...... ये खांसी आठ हफ्तों से ज्यादा समय तक रहती हैं। ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती हैं। इसलिए इसमें डॉक्टर सलाह जरूर लें।


Others.......

1....Dry Cough

2....Productive Cough

3.... Whopping Cough

4.... Nocturnal Cough


Cause Of Cough.......

1.....Viruses, Colds and the flu are the most common causes.

2.....Allergies

3.....Irritants.

4..... Asthma

5.....Acid reflux.

6.....COPD.

7.....Other causes


Symptoms......

•Fever
•Cold
•Chest Pain
•Body Pain
•Vomiting
•Sinus
Sore throat


Home Remedies/ Treatment Of Cough

खांसी से बचाव या घरेलू उपचार .......

खांसते-छींकते समय मुंह व नाक को ढककर रखें 🤧

मास्क का उपयोग करें 😷

धूल-मिट्टी वाली जगह या बदलते मौसम में सावधानी बरतें।

गर्म चीजों का सेवन करें ।

इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजें खाएं 🥗🍲

सूप पिएं 🍵 गले में आराम मिलता है

ठंडी चीजें से परहेज करें।

खांसी के घरेलू उपचार में शहद अदरक और काला नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

घरेलू उपचारों में शहद और हल्दी बहुत लाभकारी होती हैं।

इसके अलावा, दालचीनी काली मिर्च और अदरक से बनी चाय खांसी में काफी आराम देती है।

आम खांसी के लिए कोई दवाई की जरूरत नहीं होती हैं, लेकिन खांसी ठीक ना होने पर डॉक्टर सलाह से  एंटी-बैक्टीरियल या एंटी-वायरल दवाईयां लें सकते हैं।

ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टर सलाह जरूर लें।

पहले हम बात करते हैं खांसी क्यों आती हैं..... क्या कारण हैं बार बार खांसी आना, बात करते हुए खांसी आना, कुछ भी खाते–पीते हुए खांसी आना।

खांसी(Cough)...... खांसी एक प्रकार का रिएक्शन हैं, जो हमारे फेफड़े (lungs) में किसी बाहरी तत्व के आ जाने से होता है।
फेफड़े हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचने का काम करते हैं।
जब फेफड़ों में धूल का कण या कोई बाहरी तत्व आ जाता हैं, तो हमारा शरीर फेफड़ों से तेज हवा का धक्का बाहर निकालता है, ताकि श्वसन मार्ग या फेफड़ों में फंसा हुआ कोई कण, सूक्ष्मजीव, रोगाणु आदि मुंह के रास्ते बाहर निकल जाए।

वैसे तो खांसी होना एक आम समस्या हैं,  जिंदगी में खांसी का सामना सबको ही करना पड़ता हैं, और आप लोग करते भी होंगे।
कभी सीज़न चेंज होने पर या सर्दियों के मौसम में अधिकतर cough जैसी समस्या देखने को मिलती हैं।

Covid–19 ने इस आम समस्या खांसी (Cough) को एक गंभीर समस्या बना दिया है। Covid–19 ने इस आम समस्या को एक डर और चिंता की स्थिति बना दी थी।

खांसी के प्रकार.......Types of cough

Khasi (Cough)  तीन प्रकार का होता हैं

1.... Acute Cough..... ये खांसी दो से तीन हफ्तों तक रहती हैं, और अपने आप ठीक हों जाती हैं।

2.....Subacute Cough...... ये खांसी तीन से आठ हफ्तों तक होती हैं।

3.....Cronic Cough...... ये खांसी आठ हफ्तों से ज्यादा समय तक रहती हैं। ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती हैं। इसलिए इसमें डॉक्टर सलाह जरूर लें।

Others.......

1....Dry Cough

2....Productive Cough

3.... Whopping Cough

4.... Nocturnal Cough

Symptoms......

•Fever
•Cold
•Chest Pain
•Body Pain
•Vomiting
•Sinus
Sore throat


Home Remedies/ Treatment Of Cough

खांसी से बचाव या घरेलू उपचार .......

खांसते-छींकते समय मुंह व नाक को ढककर रखें।

मास्क का उपयोग करें।

धूल-मिट्टी वाली जगह या बदलते मौसम में सावधानी बरतें।

स्मोकिंग न करें।

इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजें खाएं।

ठंडी चीजें से परहेज करें।

खांसी के घरेलू उपचार में शहद अदरक और काला नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

घरेलू उपचारों में शहद और हल्दी बहुत लाभकारी होती हैं।

इसके अलावा, दालचीनी काली मिर्च और अदरक से बनी चाय खांसी में काफी आराम देती है।

आम खांसी के लिए कोई दवाई की जरूरत नहीं होती हैं, लेकिन खांसी ठीक ना होने पर डॉक्टर सलाह से  एंटी-बैक्टीरियल या एंटी-वायरल दवाईयां लें सकते हैं।

ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टर सलाह जरूर लें।

Take care and stay safe.


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Tuesday, 25 January 2022

"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ"


"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ"


हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान और पुरुष प्रधान देश हैं।
पुरुष प्रधान देश होने के कारण सदियों से औरतों और लड़कियों पर अत्याचार होते आए हैं, और कन्या भ्रूण हत्या भी इसी पुरुष प्रधान देश की ही देन हैं।

क्या आप जानते हैं बेटियों की जनसंख्या कम होने का मुख्य कारण क्या हैं?????

जी हां आप सही हैं.…....भूर्ण हत्या, दहेज़ प्रथा

भूर्ण हत्या: बेटियों के जन्म–दर स्तर कम होने का एक मुख्य कारण भूर्ण हत्या हैं। लोग अल्ट्रासाउंड से पेट में पल रहे बच्चे का पता लगा लेते हैं और बेटी होने पर उसको पेट में ही मार दिया जाता हैं।
    अब सरकार द्वारा इस प्रथा पर रोक लगा दी गई हैं। और ऐसा करने वाला दंड का अपराधी होता है । अगर डॉक्टर ऐसा काम करते मिले तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाता हैं और कड़ी कारवाही होती हैं।

दहेज प्रथा: बेटियों के जन्म दर का स्तर कम होने का दूसरा मुख्य कारण दहेज प्रथा है। वैसे देखा जाए तो भूर्ण हत्या का मुख्य कारण दहेज प्रथा है। जब लड़की की शादी होती हैं और लड़के वालों को मनचाहा दहेज़ नहीं मिलता तो वह लड़की पर अत्याचार करते हैं। कभी कभी लड़की खुद ही आत्महत्या कर लेती हैं ससुराल अत्याचार से।

लड़कियों को इतना सक्षम बनाना चाहिए जिससे उसे सही गलत का पता हो और गलत होने पर या किसी भी तरह का अत्याचार ससुराल अत्याचार पर वह अपने लिए आवाज़ उठा सकें।

लडकियों के लिए भारत सरकार द्वारा बहुत सी स्कीम भी चलाई गई है जिससे लडकियों को काफी मदद मिलती है।

जैसे की सुकन्या समृद्धि योजना, लाडली योजना आदि। और भी बहुत सी योजनाएं हैं, जिससे लडकियों को भरपूर लाभ मिलता है।

उनमें से ही सरकार द्वारा चलाई गई एक योजना
बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ हैं। जो हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा चलाई गई हैं।

आज हम बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ योजना पर बात करेंगे।

हमारे देश के पुरुष प्रधान की सोच को सुधारने और कन्या भूर्ण हत्या को रोकने के लिए  बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुवात की गई।
इस योजना के तहत महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय, मानव संसाधन मंत्रालय शामिल हैं।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य कन्या भूर्ण हत्या को रोकना, पुरुष और महिला लिंग अनुपात में संतुलन और महिलाओं को शिक्षित करना।

और सच में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान ने देश की बेटियों की तकदीर ही बदल दी।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी और भी आभियान है, जो माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा चलाए जा रहे हैं।
लड़कियों के साथ शोषण का मुख्य कारण लड़कियों का अशिक्षित होना हैं। अगर हम शिक्षित हैं, तो हमें सही गलत का पता होगा, और हमारे साथ कुछ भी गलत नहीं होगा।
अगर लड़की शिक्षित होगी तो उसको बोझ नहीं समझा जाएगा, और ना ही कन्या भूर्ण हत्या होंगी। इसीलिए बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम शुरू किया गया जिससे ज्यादा से ज्यादा देश की बेटियां शिक्षित हों, और उनका विकास हों क्योंकि जब बेटियों का विकास होगा तभी देश का विकास होगा।

देश के हर इंसान का पूरा हक है की वह देश में चल रहे लड़के और लड़कियों के बीच में भेद भाव को रोके और कन्या भूर्ण हत्या पर विरोध करें।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 22 जनवरी 2015 पानीपत, हरियाणा से शुरू की गई। हरियाणा में इसलिए शुरू की गई थी क्योंकि वहां उस समय 1000 लड़कों पर सिर्फ 775 ही लड़कियां थीं।
शुरुवात में इस योजना को पूरे देश के 100 जिलों में शुरू किया गया। जहां का लिंगानुपात बहुत ज्यादा गड़बड़ा गया था। वहा पर इस योजना को प्रभावी ढंग से शुरू किया गया।

बिना महिलाओं के शिक्षित के बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना सफल नहीं हो सकती हैं। ऐसा कोई काम नहीं जो महिलाएं नहीं कर सकती आज महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। देश की प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी जी से लेकर कल्पना चावला तक महिलाओं ने देश का नाम रोशन किया हैं।

बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश

बालिकाओं को शोषण से बचाना व उन्हें सही/गलत के बारे में अवगत कराना। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से लड़कियों को सामाजिक और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाना है।  इस योजना के माध्यम से लोगों को बताना उन्हें जागरूक करना की लड़के और लड़कियों में कोई भेद भाव नहीं है। बेटियों को भी बेटों की तरह समान अधिकार प्राप्त होने चाहिए।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान केवल एक योजना नहीं हैं।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य पुरुषों की सोच को बदलना और इस पुरुष प्रधान समाज को खत्म करना हैं।

इस योजना में सबसे पहले संपूर्ण भारत में पूर्ण गर्भाधान और प्रसव निदान तकनीक अधिनियम 1944 लागू किया गया।
इस अधिनियम में ऐसा कोई भी काम करता पकड़ा गया तो वह दंड का भागीदार होगा।
यदि कोई चिकित्सक भूर्ण लिंग परीक्षण करता पकड़ा गया या भूर्ण हत्या का दोषी पाया गया तो उस पर कड़ी कारवाही होगी
और लाइसेंस रद्द के साथ दंड का भागीदार होगा।
इसी के साथ अगर कोई भी व्यक्ति अपनी बहू–बेटी के भूर्ण लिंग परीक्षण करता पकड़ा गया तोदंड का भागीदार होगा।
साथ ही साथ ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं।

अब हर क्लिनिक और हॉस्पिटल में साफ साफ लिखा होता है
भूर्ण लिंग की जांच करना कानूनी अपराध है। ऐसा करने वाला दंड का भागीदार होगा।
इन योजनाओं से इन प्रयासों से लोगों की सोच काफी हद तक बदली हैं और सकारात्मक परिणाम भी मिलें हैं।

कहते हैं लड़का और लड़की गाड़ी के दो पहिए होते हैं। जैसे गाड़ी का एक भी पहिया कम हो जाए तो गाड़ी नहीं चल सकती वैसे ही जिंदगी और देश की गाड़ी भी लड़के और लड़कियों दोनों के सहयोग से चलती हैं।

मिलती हूं अगले ब्लॉग में।

Thanku and take care

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