Wednesday, 7 July 2021

Toxic Relationship

 

Toxic Relationship


अगर आपने marriage issue वाली पोस्ट पढ़ी हैं तो मैंने उसमे टॉक्सिक रिलेशनशिप  के बारे में जिकर किया हैं। कुछ लोगों ने मेरे से पूछा की टॉक्सिक रिलेशनशिप क्या हैं। तो सोचा चलो आज इसी पर बात की जाए।
आखिर टॉक्सिक रिलेशनशिप क्या हैं।
क्या आप जानते हैं?
आज इसी टॉपिक पर बात करते हैं।
टॉक्सिक रिलेशनशिप ....वो रिलेशनशिप हैं जिससे आजकल के लड़के-लड़कियाँ या आपकी मैरेज लाइफ सफर कर रही हैं।
नहीं समझे ना... कोई नहीं।
वो रिलेशनशिप जिसमें पर्टनर एक दूसरे के साथ तो रहते हैं पर उस साथ का कोई मायने नहीं होता।
आप रहे तो रहे हैं, पर उस रिलेशनशिप का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि अब उस रिलेशनशिप में वो प्यार-अपनापन नहीं है जिस प्यार के लिए आप खुद से अपने दोस्तों से अपने परिवार से लड़ चुके हों।
 टॉक्सिक रिलेशनशिप की सबसे बड़ी कमी यही है कि आपका पार्टनर आपके मान-सम्मान की कोई फिक्र नहीं करता। आपका प्लान, आपका वक्त उनके लिए कुछ मायने नहीं रखता। यही नहीं, ऐसे लोग दूसरों के सामने भी अपने पार्टनर के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते। हाँ, एक बात और ऐसा नहीं हैं की टॉक्सिक रिलेशनशिप केवल उन लड़के-लड़कियों में देखा जाता हैं जो साथ में रहते हैं, रिलेशनशिप में हैं नहीं ये marriage issue का ही एक कारण हैं। जो में पहले भी बता चुकि हूँ।
क्या आप टॉक्सिक रिलेशनशिप में हैं :
बहुत सी बातें होतीं हैं, जिनसे ये जान सकते हैं की क्या हम टॉक्सिक रिलेशनशिप में हैं या नहीं

1).....रिलेशनशिप का ठीक से ना चल पाना आर्थिक स्थिति हैं। सभी को अपने पार्टनर से बहुत सारी उमीदें होतीं हैं। पार्टनर का स्टेट्स अच्छा हों आदि, मैरेज, दोस्ती या रिलेशनशिप, सब फाइनेंशियल  स्टेट्स पर निर्भर करता हैं। यही marriage issues का भी एक कारण हैं। फाइनेंशियल  स्टेट्स को लेकर मैंन बहुत से रिलेशनशिप टूटते देखें हैं।

2).....जब आपके पार्टनर से आपको मान सम्मान नहीं मिलता। आपका पार्टनर आपको टाइम नहीं देता। बात बात पर आपकी इंसल्ट कर रहा हैं। आपके दोस्तों के साथ भी उसका व्यवहार अच्छा नहीं रहता। टॉक्सिक रिलेशनशिप में पार्टनर एक-दूसरे को गिल्टी फील कराने का कोई मौका नहीं छोड़तें।  बात बात पर आपकी उपेक्षा करना सब के सामने आपकी मजाक उड़ना ऐसी बातें रिलेशनशिप में बुरा असर डालती हैं।

3).....ऐसे रिलेशनशिप में पार्टनर कुछ भी आपस की बातें शेयर करना बंद कर देते हैं और एक-दुसरे को इग्नोर करना शुरू कर देते है। जो अच्छे रिलेशनशिप के लिए अच्छी बात नहीं ऐसी बातें रिलेशनशिप पर बुरा असर डालती हैं।

4)......पर्सोनालिटी को लेकर भी बहुत से रिलेशनशिप टूटते हैं। जैसे आपका पार्टनर बहुत अच्छा, गुड-लूकिंग हैं, लेकिन आपके किसी दोस्त के पार्टनर से अच्छा और गुड-लूकिंग नहीं हैं। ये भी रिलेशनशिप टूटने का एक कारण हैं।

5)......देखा जाता हैं, की पार्टनर एक दूसरे पर बात-बात पर रोक टोक करते हैं। यही कारण हैं रिलेशनशिप में लडाई झगड़े का, वो लोग एक दूसरे पर अपना अधिकार रखना चाहते हैं, ऐसे रिलेशनशिप में पर्टनर एक दूसरे को किसी भी तरह की आजादी नहीं देना चाहते हैं जो गलत हैं।

6).....हर कोई अपने रिलेशनशिप को स्ट्रांग बनाना चाहता है। जिस रिलेशनशिप में लव, ट्रस्ट एंड फेथ हो। अगर आपके  पार्टनर और आपके बीच में लव, ट्रस्ट एंड फेथ जैसा कोई भी रिलेशन ना हो तो समझ जाए आप टॉक्सिक रिलेशनशिप में है।

7).....पार्टनर के साथ ख़ुशी न मिलना भी एक बड़ा लक्षण है। हम रिश्ते क्यों बनाते हैं? ताकि एक-दूसरे के सुख-दुःख में साथ दे सके, एक-दूसरे के साथ सेफ फील कर सकें। पर जब ऐसा कुछ न रह जाए, तो रिश्ते के टूटने की शुरूआत हो जाती हैं। 

8).....टॉक्सिक रिलेशनशिप में दोनों पर्टनर के बीच शक का बीज इतना ज्यादा हो जाता हैं की पार्टनर् एक दूसरे के फोन, मेसेज, कॉल्स चेक करने लगते हैं, और अगर कोई व्यक्ति आपके पर्टनर के बारे में कुछ बोलता हैं तो आप उस व्यक्ति पर भरोसा करते हैं जो आपके लिए अंजान हैं। रिलेशनशिप में शक होना गलत हैं । शक रिलेशनशिप को कमजोर बनता हैं।


       टॉक्सिक रिलेशनशिप में दोनो पर्टनर एक-दूसरे के लिए अजनवी हो जाते है, प्यार अपनापन नहीं होता आपका पर्टनर आपको टाइम नहीं दे रहा हैं
आपकी फीलिंग्स आपकी रिस्पेक्ट उससे उसको कोई मतलब नहीं होता। तो क्यों और किस लिए आप ऐसे रिलेशनशिप में हैं। घुट-घुट कर जीना कोई जीना नहीं होता। छोड़ दीजिये ऐसी रिलेशनशिप जिस रिलेशनशिप का कोई फ्यूचर ना हो ।

कुछ सुझाव देना चाहती हूँ :

.....कोशिश करें, अगर कोशिश करने से आपकी रिलेशनशिप टूटने से बच सकती हैं तो कोशिश करें। 

......अच्छे रिलेशनशिप में शक जैसा कोई शब्द नहीं होना चाहिए। 

......एक दूसरे को थोड़ा टाइम दें। टाइम देने से प्यार मजबूत होता हैं। 

......कोई भी रिलेशनशिप प्यार, ट्रस्ट और फेथ से मजबूत होता हैं ना की मेहेंगे मेहेंगे गिफ्ट से। तो अपने रिलेशनशिप को फाइनेंशियल स्टेट्स से ना जोड़े। 

......रिलेशनशिप को एक-दूसरे का अधिकार ना समझें। 

......एक-दूसरे को हर तरह से खुश रखे। 

......एक दूसरे की प्रॉब्लम में एक दूसरे का साथ दें। 

......रिलेशनशिप में किसी भी तरह की गलत फ़ेमि ना आने दें। रिलेशनशिप को स्ट्रांग बनाए। बैठ कर बातों को सॉल्व करें। लड़ाई झगड़े से बात बिगड़ती हैं,संभलती नहीं हैं। 

......अपने और अपने पर्टनर को समझें, अपनी रिलेशनशिप पर ध्यान दें। 

मिलती हूँ जल्दी नेक्स्ट ब्लॉग में तब तक के लिए
अपना और अपनो का ध्यान रखे....

(Take Care & Stay Safe)







Friday, 2 July 2021

Marriage Issue💔

Marriage Issue💔

आपके हिसाब से marriage issue के किया कारण है। लड़का-लड़की या इनके घर वाले। आज इसी पर चर्चा करेंगे।
सबकी मैरिज लाइफ मे कुछ ना कुछ प्रॉब्लम आती हीं हैं। कभी काम को लेकर, कभी फैमिली मेंबर्स को लेकर या कभी आर्थिक तंगी के कारण, आपस में किसी के विचार ना मिलना, छोटी छोटी बातो में नोक-झोंक होना, दहेज प्रथा आदि बहुत से कारण है जिससे मैरिज लाइफ में प्रोबलम आती है।

आपका क्या मानना है?

.........मैं अपने भाई के लिए लड़की देख रही हूँ, वहा ज़दातार तलाकशुदा लड़के-लड़कियों के बायो-डाटा हैं। 

 मैंने बहुत सोचा की किसकी गलती से नौबत तलाक तक आ जाती हैं।


क्या सात फेरो का बंधन मात्र एक काग़ज़ के टुकड़े पर  साइन करने से खत्म हो जाता हैं?

नहीं, कभी नहीं। अगर आप लोगों के हिसाब से हाँ खत्म हो जाता हैं, तो में उन तलाकशुदा लड़के लड़कियों से पूछती हूँ की जब आप अपनी एक शादी ठीक तरह से नहीं निभा पाएँ, तो दूसरी कैसे निभा पाओंगे।

लड़की वाले बोलते हैं, लड़के और उसके घर वालों की गलती हैं, लड़के वाले बोलते हैं, लड़की और उसके घर वालों की गलती हैं। आखिर गलती किसकी और कहा है।
एक हाथ से ताली कभी नहीं बजती गलती दोनों तरफ से होतीं हैं।
दूसरी बात अपनी शादीशुदा लाइफ को टाइम दें । प्रॉब्लम हर जगह आती हैं। समाज में रह रहे हों वहा प्रॉब्लम आयगी तो क्या समाज में रहना बंद कर दोगें, जहा काम करते तो वहा प्रॉब्लम आयगी तो क्या काम करना बंद कर दोगें।
प्रॉब्लम से लड़ना सिखों, भागना नहीं।
अपनी शादीशुदा लाइफ को टाइम दो प्रॉब्लम आने पर खत्म मत करो।
अब टाइम बहुत चेंज हों गया हैं, पहले जैसा नहीं रहा
की बहू को मार-पिट रहे हैं आदि। पहले टाइम में ये सब होता था, लड़की को मार रहे हैं, पिट रहे हैं
लड़की पर अत्याचार हो रहे हैं। तब ससुराल वालों की गलती हुआ करती थी। उस टाइम लड़की को परिवार चाहिए होता था, वो जो उसको प्यार करे और ससुराल वालों को एक बिना पैसों की नौकरानी चाहिए होतीं थी।
पर अब ऐसा नहीं हैं, समय बदल रहा लोग बदल रहे हैं। लोगों की सोच बदल रही हैं,लड़कें और लड़कियों में कोई भेद भाव नहीं है, सब एक समान हैं। फिर भी आज के समय में भी तलाक जैसा शब्द सुनकर मन को बहुत दुख होता है। और इन सबका असर  बच्चों पर पड़ता हैं। आप लोगों के छोटे मोटे झगड़ों से बच्चो की ग्रोथ रुक जाती हैं। अपने लिए नहीं अपने बच्चों के लिए सोचें।


कुछ कारणों की वजह से ऐसा देखने को मिलता है :

1) कुछ लड़कियाँ परिवार के साथ रहना पसंद नहीं करती।
2) गलत आचार-व्यवहार
3) सेक्स प्रॉब्लम
4) टॉक्सिक रिलेशनशिप

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5) पर्सोनालिटी प्रॉब्लम
6) Ego and Attitiute
7) दहेज प्रथा
8) आर्थिक स्थिति
9)आजकल लड़कियों को घर के कामों का शौक नहीं होता।
10) लड़कें-लड़कियों का शादी के बाद भी किसी दूसरे के साथ संबंध होना।
11) बात बात पर लड़ाई-झगड़ा होना नोक-झोंक होना।
बहुत से कई कारणों से हम शादी जैसे पवित्र बंधन को टूटता देखते हैं।
कहीं कहीं में देखती हूँ की परिवार की छोटी छोटी बातें घर के बाहर जाती हैं, सास बहू के बारे में , बहू सास के बारे में ये गलत हैं।
अगर आपको किसी की कोई बात बुरी लगती हैं, तो साथ में बैठ कर बातों को सुलझाये ।  समाज और रिश्तेंदारों को बताकर अपनी और परिवार की खिल्ली ना उड़ाए।
वो काम ना करें जो एक दूसरे को पसंद ना हो
इन बातों पर थोड़ा गोर करे, और अपनी मैरेज लाइफ में थोड़ा चेंज लाएं। लाइफ कितनी अच्छी लगने लागेंगी, आपको खुद अनुभव होगा। तलाक जैसा शब्द समाज से तो क्या दुनिया से खत्म हो जाएगा।


  कुछ सुझाव देना चाहती हूँ :

1) अपनों से बड़ों का आदर करें और अपने छोटो को प्यार दें।
2) शादी को समझौता ना समझें
3) बातों को आपस में बैठ कर सुलझाये
4) थोड़ा सहनशील बने
5) चुप रहे, अगर चुप रहने से आपकी मैरेज लाइफ बच सकती हैं, तो चुप रहे।
6) अपने पर्टनर पर ट्रस्ट करें।
7) अपनी मैरेज लाइफ में होनेस्टी लाएं।
8) अपनी पत्नी या पति की बराबरी किसी अन्य से ना करें।
9) छोटी छोटी बातों पर स्ट्रेस ना लें।

10) अपना थोड़ा टाइम फैमिली को दें।

11) घर में अगर दो बहू हैं, तो दोनों को बराबरी का मान दें।
12) एक बात और खास कर लड़कियों के लिए अपने पर्टनर को बात-बात पर फोर्स ना करें, की वो आपकी हमेशा साइड लें

13) दूसरों की लाइफ में दखल न दें। मैंने बहुत सी लड़कियों को देखा है, उनको अपनी शादी शुदा लाइफ से कोई मतलब नहीं होता। उन लड़कियों को दूसरों की लाइफ में दखल देना बहुत पसंद होता हैं ये गलत हैं। 


अब में इस लेख को यही विराम देती हूँ 🙏
 
मेरी किसी बात से या मेरे किसी शब्दों से आपको ठेस   पहोची हों बुरा लगा तो दिल से माफी चाहती हूँ। माफ़ कीजियेगा। मेरा आपका दिल दुखाना नहीं था।

बस इतना कहना चाहती हूँ की शादी जैसे पवित्र बंधन को समय दे। इतनी जल्दी कोई भी फेसला ना ले। एक पेड़ को भी समय लगता हैं फल-फूल देनें में। 

 मेरा मानना हैं, की लाइफ में थोड़ी बहुत नोक-झोंक होतीं रहनी चाहिए। यही नोक-झोंक रिश्तें में काले टिके का काम करती हैं। इस प्यार भरे रिश्तें में एक काले टिके का होना बहुत जरूरी हैं।

एक बार सोचियागा जरूर।

🙏राधे-राधे🙏

एक आम