Tuesday, 14 September 2021

Hindi Medium

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"हिंदी हैं देश की धरोहर, हिंदी हैं हमारी राष्ट भाषा। "

आज सबसे अहम टॉपिक भाषा। भाषा से कैसे एक व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता हैं।
पहले बात करते हैं की भाषा क्या है।

 
भाषा......

 बात को साधारण शब्दों में किसी दूसरे तक पहोचाना ही भाषा हैं।
हमारी भाषा बहुत मायने रखती हैं हमारे लाइफ में।
भाषा कोई सी भी हो भाषा स्वच्छ और साधारण होनी चाहिए।
आप अपनी लाइफ स्टाइल मे जो भी भाषा बोलते हैं, इंग्लिश - हिंदी वो साधारण, स्वच्छ होनी चाहिए।
क्योंकि अपनी बोलचाल से अपनी भाषा से हम किसी को भी अपना बना सकते हैं। इसलिए हमारी भाषा में प्यार और अपनापन होना चाहिए।

ये तो भाषा से संबंधित कुछ बातें की हैं , की भाषा क्या है। अब जिसके बारे में चर्चा करनी है उसके बारे में बात करते हैं, यानी अपनी मातृ भाषा हिंदी

मारी मातृ भाषा हिंदी

ये तो सभी जानते हैं, की हिंदी हमारी मातृ भाषा हमारी राष्ट भाषा हैं।
हिंदी ही एक ऐसी भाषा हैं जिसमें प्यार अपनापन होता हैं।  शब्दों में एक शेहद वाली मिठास होतीं हैं।
लेकिन आजकल यही हिंदी जो हमारी मातृ भाषा है
उसको बोलना कोई पसंद नहीं करता है।
मुझे लगता है की अब हमारी मातृ भाषा हिंदी नही इंग्लिश हो गई है।  क्योंकी अब हर जगह इंग्लिश को ही महत्व दिया जाता है। अब स्कूलों में भी हिंदी को कोई प्राथमिकता नही देता है।
  हिंदी हर स्कूल में हर क्लास के लिए होनी चाहिए। हिंदी एक मेन कोर्स में होनी चाहिए। 

"आने वाले पीढी को हिंदी का ज्ञान देने के लिए आज से ही देनी होगी हिंदी की शिक्षा।"


हमारे देश में राष्ट्र भाषा हिंदी का एक महत्वपूर्ण स्थान है।
सरकार के साथ साथ आम जनता को भी हिंदी भाषा के उत्थान के लिए प्रयास करने चाहिए।
हिंदी भाषा के उत्थान के लिए बच्चों को किसी ना किसी मध्यम से हिंदी भाषा के बारे में बताना चाहिए। ताकि हिंदी भाषा को बढ़ावा मिल सके।

मातृ भाषा हिंदी का महत्व

हमारे देश में हमारी हिंदी भाषा का बहुत महत्व हैं। लेकिन धीरे-धीरे देश में हिन्दी भाषा का प्रचलन खत्म हो रहा हैं और हमारी राष्ट्रभाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत पसंद की जाती है। इसका एक कारण यह है कि हमारी भाषा हमारे देश की संस्कृति और संस्कारों का प्रतिबिंब है। आज विश्व के कोने-कोने से विद्यार्थी हमारी भाषा और संस्कृति को जानने के लिए हमारे देश का रुख कर रहे हैं। एक हिन्दुस्तानी को कम से कम अपनी भाषा यानी हिन्दी तो आनी ही चाहिए, साथ ही हमें हिन्दी का सम्मान भी करना सीखना होगा। इसलिए हर साल पूरे देश में 14 सितम्बर को हिंदी दिवस मनाया जाता हैं।


हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता हैं

आज दुनिया भर में इंग्लिश बोलने का चलन बढ़ता जा रहा है। सभी लोग इंग्लिश भाषा की और बढ़ रहे।
लेकिन हिंदी का अस्तित्व आज भी कायम हैं। और हिंदी का अस्तित्व आगे भी कायम रहेगा आने वाली पीढ़ी को हिंदी का महत्व समझना होगा।
हिन्दी भाषा हिन्दुस्तान की पहचान है, जिसे देश में सबसे ज्यादा बोला जाता है। और बोलना भी चाहिए अपने रोज के कामो में हिंदी भाषा को ही बोलना चाहिए। हमारे देश में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा हासिल है, राष्ट्रभाषा के प्रचार और प्रसार के लिए ही हर साल पूरे देश में 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

अंग्रेजी के बाजार में पिछड़ती अपनी मातृ भाषा हिंदी

अंग्रेजी के इस बाजार में हिंदी पिछड़ती जा रही हैं। आज हिंदी बोलने वाला अनपढ़ - गंवार समझा जाता हैं।
यही नही आज कल माता-पिता अपने बच्चों को इंग्लिश बोलने के लिए प्ररित करते हैं। और बच्चा इंग्लिश में बात करता है तो गर्व महसूस करते हैं। पैदा होते ही बच्चा अंग्रेजी भाषा का गुलाम बन जाता हैं।
आज हिंदी भाषा को कोई भी सम्मान नही देना चाहता हैं। 
आज दो-चार लोगों के बीच में खड़ा एक व्यक्ति हिंदी  भाषा को बोलता हैं तो उसको गंवार समझा जाता हैं।
इसीलिए आज लोग हिंदी बोलने से घबराते हैं। पहले भारत देश अंग्रेजों का गुलाम था अब अंग्रेजी भाषा का गुलाम बना बैठा हैं।
आज हिंदी भाषा को कोई भी सम्मान नही देना चाहता हैं। हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा हैं हिंदी भाषा को मान- सम्मान दें।

सभी देशवासियों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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